दैवीय शक्ति का अनावरण: बड़ा मंगल की तिथियां, महत्व और पूजा विधि

दैवीय शक्ति का अनावरण: बड़ा मंगल की तिथियां, महत्व और पूजा विधि

देशभर में हनुमान भक्त ज्येष्ठ माह के बड़ा मंगल को धूमधाम से मनाते हैं। खासकर उत्तर प्रदेश के लखनऊ शहर में इसकी अनोखी खूबसूरती देखने को मिलती है। क्योंकि बड़ा मंगल को त्योहार के रूप में मनाने की शुरुआत यहीं से हुई। पौराणिक कथाओं के अनुसार, त्रेता युग में जब हनुमान जी की भगवान राम से मुलाकात हुई थी, उस दिन ज्येष्ठ माह का मंगलवार था और इसलिए हर साल इस माह में आने वाले मंगलवार को बड़ा मंगलवार के रूप में मनाया जाता है।इस दिन हनुमान जी के बूढ़े स्वरूप की पूजा की जाती है इसलिए इसे बुढ़वा मंगलवार भी कहा जाता है। इस दिन मंदिरों में भजन-कीर्तन और भंडारे का आयोजन किया जाता है। हनुमान भक्त बजरंगबली को चोला चढ़ाते हैं और इस दिन सुंदरकांड का पाठ करना फलदायी माना जाता है।

कब-कब है 2024 में बड़ा मंगल

ज्येष्ठ का पहला बड़ा मंगल 28 मई 2024
ज्येष्ठ का दूसरा बड़ा मंगल 04 जून 2024
ज्येष्ठ का तीसरा बड़ा मंगल 11 जून 2024
ज्येष्ठ का चौथा बड़ा मंगल 18 जून 2024

हनुमान जी की पूजा

जय श्री राम! हनुमान जी की पूजा करना एक अत्यंत पवित्र और आनंददायक अनुभव होता है। यहां कुछ विशेष उपयोगी जानकारी दी जा रही है :
पूजा सामग्री: हनुमान जी की पूजा के लिए आमतौर पर लाल रंग के फूल, सिंदूर, तिलक, गुड़, दीपक, और पूजन सामग्री की आवश्यकता होती है।
मंत्र जाप: हनुमान चालीसा और हनुमान अष्टोत्तर शतनाम स्तोत्र के जाप करना पूजा के दौरान उत्तम माना जाता है।
व्रत और उपवास: कुछ भक्त शनिवार को हनुमान जी की पूजा के लिए व्रत रखते हैं। इसके अलावा, मंगलवार को भी हनुमान जी का व्रत रखा जाता है।
ध्यान और प्रार्थना: पूजा के समय ध्यान करते समय हनुमान जी की विशेष मूर्ति या चित्र को ध्यान में रखना और उनसे अपनी मनोकामनाएं मांगना महत्वपूर्ण होता है।
प्रसाद: पूजा के बाद, एक छोटा सा प्रसाद (आमतौर पर मिठाई या फल) बांटना या खाना चाहिए। इससे यह भावना होती है कि हनुमान जी आपकी पूजा स्वीकार कर चुके हैं।

हनुमान जी की पूजा और उनके भक्ति में अनेक लाभ

शक्ति और साहस: हनुमान जी की भक्ति से व्यक्ति में शक्ति और साहस की भावना विकसित होती है। वे भक्तों को अधिक परिस्थितियों में संबल देते हैं और उन्हें विपत्तियों से लड़ने की प्रेरणा प्रदान करते हैं।
मनोबल और आत्मविश्वास: हनुमान जी की कृपा से व्यक्ति का मनोबल बढ़ता है और वह अपने लक्ष्य की प्राप्ति में सक्षम होता है। उनकी भक्ति से आत्मविश्वास और संतोष भी मिलता है।
रोग निवारण: हनुमान जी की पूजा से रोगों का निवारण होता है और शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है।
भक्ति और आध्यात्मिक उन्नति: हनुमान जी की पूजा से व्यक्ति की भक्ति और आध्यात्मिक उन्नति होती है। वह आत्मा को परमात्मा के साथ जोड़ता है और उसे आध्यात्मिक साधना की दिशा में अग्रसर करता है।
कल्याण और समृद्धि: हनुमान जी की कृपा से व्यक्ति के जीवन में कल्याण और समृद्धि आती है। उनकी भक्ति से संकटों का निवारण होता है और जीवन में सुख-शांति का अनुभव होता है।

हनुमान जी को खुश करने के लिए उपाय

पूजा और आराधना: हनुमान जी की पूजा और आराधना करना सबसे महत्वपूर्ण तरीका है उन्हें खुश करने का। नियमित रूप से हनुमान चालीसा, हनुमान अष्टोत्तर शतनाम स्तोत्र, या अन्य हनुमान जी के मंत्रों का जाप करें।
दीन-दुखियों की सेवा: हनुमान जी ने सदैव दीन-दुखियों की सेवा की है। उनकी भक्ति में आप भी दरिद्रों और गरीबों की मदद कर सकते हैं।
निरंतर सेवा: हनुमान जी की सेवा करना भी उन्हें खुश करने का एक महत्वपूर्ण तरीका है। आप मंदिरों में उनकी मूर्ति की सफाई कर सकते हैं, उनकी पूजा-अर्चना में सहायता कर सकते हैं, या उनके भक्तों की सेवा में योगदान कर सकते हैं।
श्रद्धा और विश्वास: हनुमान जी के प्रति पूरी श्रद्धा और विश्वास रखें। उनकी कृपा और आशीर्वाद का विश्वास करें।
ध्यान और मनन: नियमित ध्यान और मनन करें, हनुमान जी की मूर्ति के सामने बैठकर उनके ध्यान में लगे रहें और उनके चरणों में अपनी मनोबल को समर्पित करें।
ये सभी उपाय हनुमान जी को खुश करने में मदद कर सकते हैं। ध्यान रखें कि प्रेम और श्रद्धा के साथ किये गए ये उपाय और पूजन उत्तम फल देते हैं।

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