हिंदू धर्म ग्रंथो से संबंधित सभी अन्य चरित्र

सनातन धर्मग्रंथो से संबंधित सभी अन्य चरित्र

वाल्मीकि

वाल्मीकि

वाल्मीकि वाल्मीकि, संस्कृत रामायण के प्रसिद्ध रचयिता हैं जो आदिकवि के रूप में प्रसिद्ध हैं। उन्होंने संस्कृत मे रामायण की रचना की। महर्षि वाल्मीकि द्वारा रची रामायण वाल्मीकि रामायण कहलाई। रामायण एक महाकाव्य है जो कि राम के जीवन के माध्यम से हमें जीवन के सत्य व कर्तव्य से, परिचित करवाता...

लक्ष्मण

लक्ष्मण

लक्ष्मणलक्ष्मण रामायण के एक आदर्श पात्र हैं। इनको शेषनाग का अवतार माना जाता है। रामायण के अनुसार, राजा दशरथ के तीसरे पुत्र थे, उनकी माता सुमित्रा थी। वे राम के छोटे भाई थे, इन दोनों भाईयों में अपार प्रेम था। उन्होंने राम-सीता के साथ १४ वर्षों का वनवास भोगा था | कौशल्या और कैकेई इनकी सौतेली...

शेषनाग

शेषनाग

शेषनागशेषनाग या अदिशेष ऋषि कश्यप और कद्रू के पुत्र हैं। वह नागराज भी है। परंतु जब उनकी माता ने विनता की , जो अरुण जी और गरुड़ जी की माता है उनके साथ छल किया तब आदिशेष अपनी माता को छोड़कर भगवान विष्णु की सेवा में लग गए। वह विष्णु भगवान के परम भक्त हैं और उनको शैया के रूप में आराम देते हैं। वह...

बलराम

बलराम

जन्मबलराम का जन्म यदूकुल में हुआ। कंस ने अपनी प्रिय बहन देवकी का विवाह यदुवंशी वसुदेव से विधिपुर्वक कराया। जब कंस अपनी बहन देवकी को रथ में बिठा कर वसुदेव के घर ले जा रहा था तभी आकाशवाणी हुई और उसे पता चला कि उसकी बहन का आठवाँ संतान ही उसकी मृत्यु का कारण बनेगा ! कंस ने अपनी बहन को कारागार...

सुषेण वैद्य

सुषेण वैद्य

सुषेण वैद्यसुषेण वैद्य सुग्रीव के ससुर थे। पहले ये लंका के राजा राक्षसराज रावण के राजवैद्य थे। बालि की पत्नी अप्सरा तारा सुषेण की धर्म पुत्री थीं। बालि वध के बाद तारा का विवाह सुग्रीव से कर दिया गया था। वैसे बालि की पत्नी रूमा थीं। अंगद बालि का पुत्र था।श्रीरामचरित मानस के लंका कांड में...

दशरथ

दशरथ

दशरथदशरथ वाल्मीकि रामायण के अनुसार अयोध्या के रघुवंशी (सूर्यवंशी) राजा थे। वे राजा अज व इन्दुमती के के पुत्र थे तथा इक्ष्वाकु कुल मे जन्मे थे। वे प्रभु श्रीराम, जो कि विष्णु का अवतार थे, के पिता बने । राजा दशरथ के चरित्र में आदर्श महाराजा, पुत्रों को प्रेम करने वाले पिता और अपने वचनों के प्रति...

रावण

रावण

रावणरावण रामायण का एक प्रमुख प्रतिचरित्र है। रावण लंका का राजा था। वह अपने दस सिरों के कारण भी जाना जाता था, जिसके कारण उसका नाम दशानन (दश = दस + आनन = मुख) भी था परंतु आदिवासी सभ्यता के अनुसार रावण मतलब राजा। किसी भी कृति के लिये नायक के साथ ही सशक्त खलनायक का होना अति आवश्यक है। किंचित मान्यतानुसार...

भरत

भरत

भरत भरत रामायण के अनुसार, राजा दशरथ के चार पुत्रों में से दूसरे स्थान के पुत्र थे, उनकी माता कैकेयी थी। वे राम जी के भाई थे। लक्ष्मण और शत्रुघ्न इनके अन्य भाई थे। परंपरा के अनुसार राम राजा दशरथ के सबसे बड़े पुत्र थे। पुराणों के अनुसार भगवान विष्णु के वाहन पक्षीराज गरुड़ के अवतार थे। भरत के...

अर्जुन

अर्जुन

अर्जुनमहाभारत के मुख्य पात्र हैं। इंद्रदेव एवं कुन्ती के पुत्र थे। पांडवों में चौथे स्थान पर थे । महाराज पांडु इनके आध्यात्मिक पिता थे। कृष्ण और बलराम की बहन सुभद्रा, नाग कन्या उलूपी , पांचाल नरेश द्रुपद की पुत्री द्रौपदी और मणिपुर नरेश की पुत्री चित्रांगदा इनकी पत्नियाँ थीं। इनके भाई...

अभिमन्यु

अभिमन्यु

अभिमन्यु भारतवर्ष के प्राचीन काल की ऐतिहासिक कथा महाभारत के एक महत्त्वपूर्ण पात्र अभिमन्यु पूरु कुल के राजा व पांडवों में से अर्जुन के पुत्र थे। कथा में उनका छल द्वारा कारुणिक अंत बताया गया है।अभिमन्यु अर्जुन का पुत्र थे। 15 वर्ष की आयु में फाल्गुन मास में उनका विवाह उत्तरा से हुआ था ।...

दुर्योधन

दुर्योधन

दुर्योधनदुर्योधन  ( संस्कृत : दुर्योधन अर्थात् जिसके साथ लड़ाई बेहद मुश्किल है, शाब्दिक अर्थ है दूर = अत्यंत कठिन, योधन = युद्ध / लड़ो , दुर्योधन को सुयोधन को रूप में भी जाना जाता है जो हिंदू महाकाव्य में एक प्रमुख प्रतिपक्षी है) महाभारत के पात्र  राजा धृतराष्ट्र और रानी गांधारी के सौ पुत्रों...

कर्ण

कर्ण

कर्णकर्ण (साहित्य-काल) महाभारत (महाकाव्य) के महानायक है। वेद्व्व्यास द्वारा रचित महाभारत कर्ण और पांडवों के जीवन पर केन्द्रित है| जीवन अंतत विचार जनक है। कर्ण महाभारत के सर्वश्रेष्ठ धनुर्धारियों में से एक थे। कर्ण छ: पांडवों में सबसे बड़े भाई थे ।भगवान परशुराम ने स्वयं कर्ण की श्रेष्ठता...