नंदी बैल ने जो कुछ सुना वह सब भगवान शिव को बता दिया। इस प्रकार भगवान शिव अपने गहन ध्यान से बाहर आये। तभी से यह प्रथा चली आ रही है कि जब हम नंदी बैल के कान में कुछ कहते हैं तो वह बात भगवान शिव तक पहुंच जाती है।