जन्माष्टमी के दिन व्रत-उपवास जरूर करना चाहिए। देवकी, वासुदेव, बलदेव, नन्द, यशोदा और लक्ष्मी जी सभी का पूजन इस दिन करना चाहिए। यह व्रत रात में बारह बजे के बाद ही खोला जाता है, तब तक आप फलाहार कर सकते हैं। इसके बाद 12 बजे भगवान कृष्ण का जन्म कराया जाता है।